Monday, January 21, 2008

‘सुपरस्टार’ का सच क्या है

(क‌र्टॆसी: वेब् दुनिया)

बॉलीवुड की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्में इन दिनों लगातार देखने को मिल रही हैं। ‘ओम शांति ओम’, ‘खोया खोया चाँद’, ‘शोबिज़’, ‘हल्ला बोल’ जैसी फिल्मों के बाद ‘सुपरस्टार’ भी बॉलीवुड से जुड़ी हुई है।
एक्शन और ड्रामे के साथ इस फिल्म में फिल्म उद्योग की कई सच्चाइयों से दर्शकों को वाकिफ कराया जाएगा। इस फिल्म में कुणाल खेमू ने दोहरी भूमिकाएँ निभाई हैं।
कुणाल (कुणाल) आज की युवा पीढ़ी का प्रतिनिधि है। वह सपने देखना और उन्हें पूरा करना अच्छी तरह जानता है। उसका सपना है बॉलीवुड में सुपरस्टार बनने का। हालाँकि वर्तमान में उसे सब एक स्ट्रगलर के रूप में पहचानते हैं, लेकिन कुणाल को पता है कि उसकी यह पहचान अस्थाई है। कुणाल को मौसम बेहद चाहती है, शायद दुनिया में सबसे ज्यादा।
जिंदगी कुणाल के साथ एक अजीब मजाक करती है। करोड़पति युवक करण (कुणाल खेमू) अचानक बॉलीवुड में प्रवेश करता है और छा जाता है। करण के आने से कुणाल के सपने चकनाचूर हो जाते हैं क्योंकि वह कुणाल जैसा ही दिखाई देता है।
कुणाल को मजबूरीवश करण के बॉडी डबल (डुप्लिकेट) के रूप में काम करना पड़ता है। दोनों के बीच एक अलग तरह की प्रतिस्पर्धा शुरू हो जाती है। अचानक स्ट्रगलर कुणाल की किस्मत करवट बदलती है और वह सुपरस्टार बन जाता है। उसकी हर तरफ चर्चा होने लगती है। इसी बीच मौसम उससे दूर जा चुकी है। कुछ समय बाद कुणाल को अहसास होता है कि मौसम जो कि अब पत्रकार बन चुकी है, अपने सहकर्मी प्रशांत के साथ मिलकर उसके सुपरस्टार बनने के पीछे के सच को लोगों के सामने लाना चाहती है। कुणाल के सामने सवाल हैं ‍कि वह सच को स्वीकार करें या एक साहसी कदम उठाए?
क्या करेगा कुणाल?
क्या है वो सच?
कैसे बना कुणाल सुपरस्टार?
जानने के लिए देखिए ‘सुपरस्टार’।


निर्माता : श्री अष्टविनायक सिने विज़न लिमिटेड
निर्देशक : रोहित जुगराज
संगीत : शमीर टंडन
कलाकार : कुणाल खेमू, तुलिप जोशी, औशिमा साहनी, रीमा, शरत सक्सेना, दर्शन जरीवाला, अमन वर्मा.

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