Monday, November 26, 2007

हल्ला बोल : संदेश के साथ मनोरंजन

राजकुमार संतोषी एक प्रतिभाशाली निर्देशक हैं और वे विचारोत्तेजक फिल्म बनाते हैं। उनकी फिल्मों में दर्शकों के लिए मनोरंजन के साथ कुछ न कुछ संदेश जरूर होता है। अपनी आगामी फिल्म ‘हल्ला बोल’ में संतोषी ने एक मामूली अभिनेता के सुपरस्टार बनने और बाद में उसके आंतरिक संघर्ष को दिखाया है। अशफाक (अजय देवगन) एक छोटे शहर में रहने वाला युवक है। फिल्म स्टारों की चकाचौंध से प्रभावित होकर उसका भी एक स्टार बनने का सपना है। अपनी इस इच्छा को पूरा करने के लिए वह नाटक करने वाले एक दल में शामिल होता है। इस ग्रुप को सिद्धू (पंकज कपूर) चलाता है। सिद्धू का उद्देश्य लोगों में चेतना जगाना है। अशफाक एक अच्छा कलाकार बनने के लिए जमकर परिश्रम करता है। उसका संघर्ष रंग लाता है और उसे फिल्म में काम करने का अवसर मिलता है। वह अपना नाम बदलकर अशफाक से समीर खान कर लेता है। अपने शानदार अभिनय के बल पर समीर धीरे-धीरे सफलता की सीढि़याँ चढ़ने लगता है और लोगों के दिलों में अपनी जगह बना लेता है। वह हर भूमिका को बहुत ही बढि़या तरीके से अभिनीत करता है और सुपरस्टार बन जाता है। तारीफ और तालियों की गड़गड़ाहट में समीर अपना वजूद खो बैठता है और अपने द्वारा निभाए गए चरित्रों को जीने लगता है। सफलता का नशा उसे भ्रष्ट बना देता है। उसके इस व्यवहार के कारण उसके दोस्त और पत्नी स्नेहा (विद्या बालन) उससे दूर होने लगते हैं। एक दिन पार्टी में घटित एक घटनाक्रम समीर को पूरी तरह बदल देता है। अपनी मानवता और अपनी भ्रष्ट सुपरस्टार की इमेज में समीर अपने आपको घिरा हुआ पाता है। कशमकश में फँसा समीर अपनी भ्रष्ट इमेज से छुटकारा पाकर जिंदगी में सही मायनो में हीरो बनकर उभरता है।
निर्माता : सुरेश शर्मा
निर्देशक : राजकुमार संतोषी
संगीत : हिमेश रेशमिया
कलाकार : अजय देवगन, विद्या बालन, पंकज कपूर
श्रीवॆंकट् बुलॆमोनि

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