Saturday, November 17, 2007
अद्भुत कहानी सॆ ‘तारे ज़मीन पर’ : आमिर खान
‘तारे जमीन पर’ का इंतजार हो रहा है, क्योंकि आमिर इस फिल्म में अभिनेता के साथ-साथ निर्देशक के रूप में पहली बार आ रहे हैं। आमिर को बेहद सुलझा हुआ, परफेक्शनिस्ट और बुद्धिमान इंसान माना जाता है। आमिर के प्रशंसकों को इस फिल्म से बेहद उम्मीदें हैं। इस फिल्म से आमिर के खास दोस्त अमोल गुप्ते जुड़े हुए हैं। आइए जानकि आमिर अपने दोस्त के बारे में क्या कहते हैं! फिल्म बनाना कभी भी आसान काम नहीं रहा है। ‘तारे ज़मीन पर’ की यात्रा अमोल गुप्ते के साथ शुरू होती है। सात वर्ष तक बच्चों के करीब रहने के बाद अमोल के पास एक कहानी तैयार थी। इस कहानी पर उन्होंने दो वर्ष तक काम किया। उसे बच्चों और बचपन से बेहद प्यार है। अमोल की पत्नी दीपा भाटिया ने अमोल की इस काम में मदद की। दीपा और अमोल को कई अध्यापकों, बच्चों और पालकों की सहायता भी मिली। तीन वर्ष पहले अमोल मुझसे मिला। वह चाहता था कि मैं उसकी कहानी पर बनने वाली फिल्म का निर्माण करूँ। अमोल और मेरी पहचान बड़ी पुरानी है। मैं उसे लगभग पच्चीस वर्षों से जानता हूँ। कॉलेज में वह मेरा सीनियर था। उसकी अभिनेता के रूप में मैं इज्जत करता हूँ। उसके अंदर के चित्रकार का मैं प्रशंसक हूँ। एक लेखक के रूप में वह मेरे अंदर उथल-पुथल मचा देता है। इस फिल्म के बनने के दौरान उसने मेरी हरकदम पर सहायता की। अमोल द्वारा लिखी गई यह कहानी अद्भुत है। इस फिल्म का पूरा प्री-प्रोडक्शन उन्होंने किया। फिल्म का संगीत तैयार करने में वह शंकर-अहसान-लॉय और प्रसून जोशी के साथ भिड़ा रहा। एक क्रिएटिव डॉयरेक्टर के रूप में वह हर समय शूटिंग स्थल पर मौजूद था। एक निर्देशक के रूप में अपनी शुरूआत मैंने उसके मार्गदर्शन और सहायता से की है। मैं उसे धन्यवाद देना चाहता हूँ कि उसने मुझ पर विश्वास किया।
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